पंपापुर जाना है हमकोपंपापुर जाना है,पंपापुर जाकर मस्ती कारंग जमाना है!…पंपापुर जाना है! पंपापुर जिसमें बच्चों कीइक दुनिया है प्यारी,खेलकूद, सर्कस, मेलों मेंखुशियाँ बिखरीं सारी।पंपापुर में अलग सभी सेरंग, रंग, बस रंग,पंपापुर में है जीने काएक नया ही ढंग। पंपापुर में तो सपनों काताना-बाना है,पंपापुर से अजी हमाराप्यार पुराना है।भूल गए हम पंपापुर कोपंपापुर भी… Continue reading पंपापुर जाना है कविता |Pampaapur Jaana Hai Kavita
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पानी का मौसम कविता | Panee Ka Mausam Kavita
फिर पानी का मौसम आया। झिलमिलाहटभीग जाओ, कई स्नान करो,पानी में वापस नावशैतानी मौसम आ गया है! सर्द हवाएंकहानियों, मीठी कहानियों का मज़ाक उड़ाते हैंकानों में रस घुल जाता है।कहानी का मौसम! अंबर ने जमीन पर पानी डालाहरी घास का कालीन,कुहू-कुहू के साथ आया थाकोयल रानी का मौसम! जामुन, आम, मीठा पपीतामिस्र से लाए गए… Continue reading पानी का मौसम कविता | Panee Ka Mausam Kavita